बहुत से ख्वाब हैं ख्वाबों की हकीकत तुम हो,,, मेरी आंखें तुम्हें देखकर जब सवाल पूछें उन सवालों के जवाब तुम हो मेरे इशारों को तुम समझ जाओ बिन बोले मेरे राज में हमराज बन जाओ मेरी आंखें शुक्रगुजार है तुम्हारी जो रात दिन तुम्हारी शख्सियत इनमें उभरती है मेरी आंखों में है बहुत गहराई,, एक निले समंदर की तरह,,, लहरों की तरह आंसू बन छलक जाते हैं मेरे मन के भाव,,,, OPEN FOR COLLAB✨ #ATमेरीआँखोंमें • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨