जिसने जिंदगी की समीक्षा की उसने खुद की कड़ी परीक्षा ली। जिसने खुद की कड़ी परीक्षा ली उसको ही सतगुरू की दीक्षा मिली। जिसको सतगुरू की दीक्षा मिली उसी की जिंदगी है प्यारे खिली खिली। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ समीक्षा