दूर से ही हम उसकी आँखे को, अपने होंठो से चूम लेते है l बेवजहा हम पुरा दिन उसकी, गलियों में घूम लेते है ll कितना नशा है उसके हाथो में तभी तो l उसके हाथों से हम, पानी पीकर भी झूम लेते है ll #Shayarimohabbat ka Nasha