ज़माना आजकल मुझ पर, बहुत हँसने लगा है जो, उन्हें है क्या पता मैंने, सितम कितने उठाये हैं। किसी पर हँसने से पहले कई दफ़ा सोचना। क्या पता, उसने जो दर्द झेले हैं, तुम अब तक टूट चुके होते। © इकराश़ #YqBaba #YqDidi #इकराश़नामा #शेर #दर्द_अनकहा