#PulwamaAttack बेजुबान हूँ, कुछ कहना तो फिर भी चाहता हूँ में , स्थिर हूँ, कुछ चलना तो फिर भी चाहता हूँ में, इस धरती का कुछ हिस्सेदार तो में भी हूँ , रोटी, कपड़ा और मकान तुम रख लो, तुम सब के बीच बस पलना चाहता हूँ में। #shayar #poetry #shayari #conservation #environment IG-@unkahijubaan