तू छोड़ गया तो कोई गम नहीं तेरे छोड़ जाने का थोड़ा सा गम तो है क्योंकि कोई था जिस पर हक़ था मेरा तेरे साथ जितना था वो खुशियों से भरा था तुझसे ही मेरा सुकून था जब से तू मिला मेरी सुबह ,शाम ,रात , gud ही थी । स्वा त्रिपाठी। ✍️✍️