मुझे तू खुद में उलझा रहने दे, जख्मों को मेरे सीला रहने दे, कह न दे जमाना चालबाज़, मेरे चेहरे पे ये पर्दा रहने दे, प्यार मे मुझको मिली ये सौगात, मुझे अकेले तडपता रहने दे, अब चाहकर भी दिल ना लगायेगे, उसकी यादों की सजा रहने दे, अब ना रहेगे उजालों मे आकाश, अँधेरा है अँधेरा रहने दे। मुझे तू खुद मै उलझा रहने दे