#Pehlealfaaz अपराध दिन-ब-दिन बढ़ने लगा अपनों का अपनों से रिश्ता टूटने लगा देख कर ये दर्द जब कवि कलम से लिखने लगा ऐसी दुर्दशा पर कलम और डायरी का पन्ना खुद रोने लगा #Pehlealfaaz कलम और दयरित दोनों रोने लगे