Nojoto: Largest Storytelling Platform

उसने जाल फेका और तुम फस गए और ऐसा फसे कि उसी में उ

उसने जाल फेका और तुम फस गए
और ऐसा फसे कि उसी में उलझ गए
मां बाप को अनपढ़ गवार समझने वाले
कहां गई प्रगतिशीलता कि फंदा कस गए
उसने जाल फेका........
खिलौना बना दिया तुमने पुरानी सीख को
थोड़ी छूट क्या मिली  कि तुम बहक गए 
संस्कारों की जड़ें बहुत ही गहरी होती है
तुमने नाता तोड़ा और समाज से कट गए
उसने जाल फेका........
मां बाप की तमन्नाओं का खून तो न कर
भेजा था कहीं और तुम कहां अटक गए
ये इश्क की लेबोरेट्री है महानुभाव सोचो
अभी पढ़ो "सूर्य" किस दलदल में धस गए
उसने जाल फेका.......

©R K Mishra " सूर्य "
  #पढ़ो  Rama Goswami Sethi Ji Balwinder Pal Ayesha Aarya Singh Puja Udeshi