#विश्वहिंदीदिवस न किसी काश न आस न आशा में बोले, न हिम्मत कोई हारे न निराशा में बोले... शब्द है पुष्प पुष्प की अभिलाषा में बोले, जब भी कोई बोले तो मातृभाषा में बोले... -Deepak mstbaji... #विश्वहिन्दीदिवस.. Neeraj Bakle (neer✍🏻)