चंचल मन की होती है रीत अपनी, उसने कहाँ किसी की मानी है। भरने दो उसे कल्पना की उड़ान, इसने अपनी मर्ज़ी करने की ठानी है। #restzone #rztask218 #rzलेखकसमूह #YourQuoteAndMine Collaborating with Sunita Pathania