कशिश फूलों में होती हैं कांटो में नहीं, हसरत दिलो की होती हैं पत्थरो की नहीं, नूर शहरों के होते हैं सामो के नहीं, नवाज़िश अपनों से होती हैं गेरो से नहीं।। - Gurmeet Chauhan #seher