Silence ।। अश्क मेरा मुझसे ये पूछ रहा है।। ।। दिल से तू क्यू मुझे जुदा कर रहा है।। ।। जिसने की है खता वो तो पूरी खुश है।। ।। तो फ़िर तू क्यू अपने सासें गिन रहा है।। आत्म निर्भरता