उंगलियाँ यूँ न हम पर उठाया करो , खुद पर उठती उंगलियों पर गौर फरमाया करो हम तो महफूज़ रहेंगीं खुद पर एतबार है तुम शाम ढलने से पहले घर आ जाया करो यूँ ही नही होते मुकम्मल वारदात अंधेरों में रिश्तों से रास्ता रौशन बनाया करो सारे ज़माने में हैं बुराइयाँ फैली हुयी रोज़ एक अच्छाई से ये कालिख मिटाया करो #savegirls #niharikagazal #nojoto inspire from rahat indauri sir 🙏