क्या रुक नहीं सकते कहकर पता नहीं क्या कहना चाहती थी हो सकता था कुछ पल और रुक जाता शायद कम से कम दूरी सहना चाहती थी पेश है, Aesthetic Thoughts द्वारा प्रेषित किया गया एक ख़ूबसूरत #collab #रुकनहींसकते #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi