अब तो मै खुद में उलझ कर रह गया हूं और लोगो को लगता है कि मै बदल गया हूं किसी से बात करू तो सामने से ढंग का रिप्लाइ नहीं आता और अगर बात ना करू तो कहते है कि EGO दिखा रहा है इस मतलबी और बेरहम दुनिया को आजतक समझ नहीं पाया हूं सामने से हमदर्दी दिखाते है और पीठ पीछे जख्म भी दे जाते है बंद कमरे जब खामोश और गुमसुम सा होता हूं तब कभी कभी आजकल पूछ भी लिया करता हूं खुद से की ये दुनिया सच में इतनी बुरी है या ज्यादा सोचने लगा हूं मै आजकल....... ©Karanjeet Sawariyan #matlabi_duniya #kranjeet_sawariyan #khamoshi #tanhai #Hopeless