। वह गुलाब का फूल । वो बाग़ में , कली से गुलाब का फूल निकला है । कितना खूबसूरत है न , और इसकी खुशबू कितनी मोहक है न । इसके इर्द गिर्द ये कांटे , कैसे इसका ख़याल रखते है , इसके आस पास ये पत्तियाँ कैसे इसको और आकर्षित बनाती है। पर कभी तुमने मह्सूस किया है की जिस पौधे से ये निकला , इसके नीचे , मिटटी में दबी एक जड़ है । वो जड़ जो न जाने क्या क्या झेलती है , पर सब कुछ झेलकर भी ये कोशिश करती है की फूल खिले और मेहके । कितना अजीब है न , हमें बस फूल की फ़िक्र है , जड़ के ऊपर क्या बीत रही , कोई मतलब ही नहीं । कभी बारिश उसको चोट देती है , कभी आंधी मिटटी बहा देती है , पर हमें उसकी चिंता कहाँ । हमें चाहिए तो बस " वह गुलाब का फूल " कभी कभी ऐसा लगता है की ये जड़ परिवार के मुखिये की तरह होती है , जिसके होने का पता नहीं चलता , पर जिसके न होने पर , उसकी कमी कोई पूरी नहीं कर सकता ।। Woh Gulaab Ka Phool #PS #Nojoto #Nojotohindi #Gulaab #Phool #Mukhiya