तमाम उम्र जिन्के लिये जीना चाह्ता हु उसे बता भि नहि सक्ता प्यार हो या नफरत दिलमे उन्के लिये जो जजबात है उस्को निकाल भि नहि सक्ता और क्या कहे उन्से जुदा होना इक मिठि से दर्द भरे तकदीर होगया है हमारि पर जीना तो होगा इसि दर्द के साथ कि उन्को पा नहि सक्ता ये कोइ और बात है दिल मे रह्ते है वो हमारि ख्वाइसो के साथ दिलसे निकाल भि नहि सक्ता ©RK BABA #RKBABA