रोरो कर नयनों को रो डाला डाल् डाल् कर मुझे हि मार् डाला क्यै कसुर थि रे गोपाला जान् पर मेरे आपना कैसे ये रिश्ते और मन का कैसा कब्जा ढाला ढाल् ढाल् कि मुझे मार् डाला रे गोपाला बुलन्द मेरे टुटि टुट लगि है सम्भाल् लेना रे गोपाला बे खुदि से भले साथ ही देना हमारि जग को और मुझे साथ देना रै गोपाला ©NIRANJAN स्मरण