तड़पे धरती रोये अंबर,जख्मी है दुनिया सारी प्रेम दया के भाव शिथिल है,घृणा हुई है अब भारी। लाशों का बाजार गरम है,रक्त हुआ अब सस्ता है, शीश काट के मानव का अब,देखो मानव हँसता है। फूलों की खुशबु ना भाती,लहू सूंघ कर जीते है, ये जेहादी,मजहब वाले,मानवता से रीते है। जिस कुरान को पावन माना,उस पर वार किये तुमने अल्लाहू कहकर अल्ला के,बंदे मार दिये तुमने। #NojotoQuote आतंकवाद का सर्वनाश😠 #SrilankaAttack #world #nojoto Internet Jockey Satyaprem