क्या खुब लिखा उस खालि खत मे कोई तो पढने वाला मिले झुठे शब्दो की बात ना करो सच्चे प्यार का प्याला मिले ना हो दिखावा ना हो छल बस मै और तुम मे ही बिते पल गंगा सी हो निर्मल बाते और सभ्यताए दिखती नीत पल जहां आसु के लोग भाव को समझे निसछल होकर बीते पल.....@ amit #Kya #khub #likha