काश मैं तुमें ये बता पाता कि आज भी मै तुमसे इस क़दर मुहब्बत करता हूं जितनी कि पहले दिन देखते ही कर बैठा . लेकिन अब तुमसे अगर इज़हार-ए-मुहब्बत हुआ तो , यकीनन ही हालात मेरी पकड़ से बाहर निकल जाएंगे और हो सकता है तुम भी हालात कि तरह मेरी पकड़ से बाहर निकल जाओगी .......... ज्योत सिंह ©JyyotSingh Novel 🔴 काश मैं तुमें ये बता पाता कि आज भी मै तुमसे इस क़दर मुहब्बत करता हूं जितनी कि पहले दिन देखते ही कर बैठा . लेकिन अब तुमसे अगर इज़हार-ए-मुहब्बत हुआ तो , यकीनन ही हालात मेरी पकड़ से बाहर निकल जाएंगे और हो सकता है तुम भी हालात कि तरह मेरी पकड़ से बाहर निकल जाओगी ..........