*#TrueWorship_Of_Allah
मनुष्य शरीर सिर्फ अल्लाह/प्रभु प्राप्ति के लिए ही मिला है। इसे कष्ट देने या कोड़े मारने से अल्लाह नहीं मिलेगा। यदि ये तरीका सही होता तो कैदियों को तो अल्लाह जल्दी मिल जाता जिनके शरीर को यातना दी जाती है।
केवल मुहर्रम ही अल्लाह की इबादत का महीना नहीं है।
अल्लाह को तो हर घड़ी याद करना चाहिए।
अल्लाह के बनाये बाकी महीने अपवित्र नहीं होते हैं।
एक बार सम्मन नाम के मनियार ने अपने गुरु कबीर साहिब के लिए अपने बेटे सेउ का सिर काट दिया था। समर्थ अल्लाह कबीर ने सेउ का कटा हुआ सिर वापिस जोड़ दिया। मुर्दे को ज़िंदा कर दिया था।
अल्लाह कबीर की इबादत करनी चाहिए।