जाम छलकाया उसने, मगर पिया नहीं । इश्क किया बेइंतहा, मगर हुआ नहीं । देखा कई दफा मैंने करीब से उसको, महज देखा उसको, कभी छुआ नहीं । शेरों को मेरे, उसने पढ़ा तो कई दफा मगर होकर रूबरू कभी उसने सुना नहीं । लिखे हैं जो शेर अपनी डायरी में मैंने, सिवा उसके जिक्र गैर का किया नहीं चले गए जहां से मरकर लोग कई, मगर जैसे मर रहे हम, वैसे कोई मरा नहीं । क्या! तन्हा रहना ही लिखा है नसीब में मेरे क्यूँ साथ औरो का मुझे कभी मिला नही ? #yqlove #yqbaba #yqdidi #yqkhushi #yqfeelinglove #yqshayari