भूली हुई इक याद का मंजर अब भी बाकी है तेरे संग गुज़ारे जो लम्हें उनकी छुअन अब भी बाकी है जानती हूँ रास्ते बदल बहुत दूर आ चुके अब हम दोनों हैं फिर भी मिलने की एक उम्मीद अभी भी दिल में कहीं बाकी है..! भूली हुई जब याद का मंज़र आँखों में लहराता है दिल में ग़म लहराता है। #यादकामंज़र #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi