नज़र हटती नहीं उनसे ग़ज़ब एहसास होता है। बग़ावत धड़कनें करतीं वो इतना ख़ास होता है। बंधे एक डोर से हम-तुम बनाके प्रेम बंधन का! कई जन्मों से जुड़ने का भी यूँ विश्वास होता है। क़यामत हो तो हो जाए मुझे डरना नहीं आता! कवच तेरी मोहब्बत का जो मेरे पास होता है। नज़र हटती नहीं उनसे ग़ज़ब एहसास होता है। बग़ावत धड़कनें करतीं वो इतना ख़ास होता है। बंधे एक डोर से हम-तुम बनाके प्रेम बंधन का! कई जन्मों से जुड़ने का भी यूँ विश्वास होता है। क़यामत हो तो हो जाए मुझे डरना नहीं आता! कवच तेरी मोहब्बत का जो मेरे पास होता है।