हर घर में आए खुशहाली, दिवाली के दीप जले.. मन से छट जाए बदहाली, दिवाली के दीप जले.. जग सारा अब होगा रोशन, राम राज्य फिर आएगा, सब मिलकर बजाए ताली, दिवाली के दीप जले.. जिधर भी देखो उधर सजे हैं गलियांँ, चौक, चौबारे सब, बन ठनकर आई मतवाली, दिवाली के दीप जले.. वह दर भी हो जाएँ रोशन जहाँ अँधेरा था अब तक, होगी 'अद्भुत' बात निराली, दिवाली के दीप जले.. © चीनू शर्मा 'अद्भुत' #दीवाली_के_दीप_जले♥️