मिलोगी कभी तुम, तो कोई तोहफ़ा देना चाहूँगा तुम्हें, किताबों में तेरे दिए फ़ूल, आज भी संभाल कर रखें हैं। तोहफ़े में अपनी वो कुछ, यादें भी मैं दे जाऊँगा तुम्हें, अपनी मुलाकातों के पल,आज भी संभाल कर रखें हैं। जो भी लिखा था तूने कभी,वो सब सुना जाऊँगा तुम्हें, तेरे दिए हुए ख़त मैंने, आज भी संभाल कर रखें हैं। जो कुछ भी दिया था तूने ,वो सब कुछ दिखाऊँगा तुम्हें, वो सब मेरे पास मैंने, आज भी संभाल कर रखें हैं।। #Rohit_Upadhye #waiting #Gift #Books #flowers🥀⚘ #RohitUpadhye