अगर कुछ है तेरे दिल में, बस इतनी खता कर दे, मुझको तू जुदा मुझसे, आहिस्ता से कर दे। तेरे हाथों की जंजीरों से, मेरी कमर जकड़ जाए, तेरी ज़ुल्फों के अंधेरों में, मुझे लापता कर दे। तेरे होंठ मुझे चूमें, तेरे तेवर आवारा हों, ना कोई रस्में हमें रोकें, मेरा हर कतरा तुम्हारा हो। एक आग हो सीने में, जो बुझ ना कभी पाए, बस बढ़ता ही चला जाए, हमारी बेबसी का जो पारा हो।। अगर कूछ है तेरे बस में, एक छोटा सा गुनाह कर दे, मुझको बसा खुद में, मेरी मौज़ूदगी को फ़ना कर दे।। मेरे अश्कों के फव्वारों को, तेरे पल्लू का सहारा हो, तेरे बिन ना कहीं जाऊॅं, तू यूॅं दूरियों को मना कर दे।। ©Rahul Kaushik #Shaayavita #intenselove #only_you #loveme #IntimateLove