ना झुका वो किसी के आगे, ना सजदे में झुका उसका सिर कभी, ग़ुरूर वो उसका कोई तोड़ ना पाया, टूटा वो ग़ुरूर बस अपनी बेटी के आगे झूठे ग़ुरूर से नाता तोड़ा, जब बेटी बन बैठी उसका ग़ुरूर .. फिर तो झुका वो मंदिर मस्जिद में भी, जो पाया उसने ख़ुदा का ‘कोहिनूर’ भगवान किसी ना किसी बहाने झुकना सीखा ही देता है.. वो ‘झूठा’ ग़ुरूर भी तोड़ देता है.. #बेटी #पापा #ग़ुरूर #झुकना #yqbaba #yqdidi