Nojoto: Largest Storytelling Platform

sunset nature शायद, पुरुष इसलिए कमजोर है, क्योंक

sunset nature शायद, 
पुरुष इसलिए कमजोर है, 
क्योंकि उसने निस्वार्थ, वर्षो तक
अपने अंतर्मन की आवाज तथा व्यथा को 
आँसुओ के साथ कभी
 समाज के समक्ष आने नहीं दिया

परंतु, स्त्री इसलिए मज़बूत है
 क्योंकि उसने समाज की साहानुभूती 
लेने के लिए कर दिया 
अपनी व्यथा का गान

©Bhupendra Rawat #sunsetnature शायद, 
पुरुष इसलिए कमजोर है, 
क्योंकि उसने निस्वार्थ, वर्षो तक
अपने अंतर्मन की आवाज तथा व्यथा को 
आँसुओ के साथ कभी
 समाज के समक्ष आने नहीं दिया

परंतु, स्त्री इसलिए मज़बूत है
 क्योंकि उसने समाज की साहानुभूती 
लेने के लिए कर दिया 
अपनी व्यथा का गान
sunset nature शायद, 
पुरुष इसलिए कमजोर है, 
क्योंकि उसने निस्वार्थ, वर्षो तक
अपने अंतर्मन की आवाज तथा व्यथा को 
आँसुओ के साथ कभी
 समाज के समक्ष आने नहीं दिया

परंतु, स्त्री इसलिए मज़बूत है
 क्योंकि उसने समाज की साहानुभूती 
लेने के लिए कर दिया 
अपनी व्यथा का गान

©Bhupendra Rawat #sunsetnature शायद, 
पुरुष इसलिए कमजोर है, 
क्योंकि उसने निस्वार्थ, वर्षो तक
अपने अंतर्मन की आवाज तथा व्यथा को 
आँसुओ के साथ कभी
 समाज के समक्ष आने नहीं दिया

परंतु, स्त्री इसलिए मज़बूत है
 क्योंकि उसने समाज की साहानुभूती 
लेने के लिए कर दिया 
अपनी व्यथा का गान

#sunsetnature शायद, पुरुष इसलिए कमजोर है, क्योंकि उसने निस्वार्थ, वर्षो तक अपने अंतर्मन की आवाज तथा व्यथा को आँसुओ के साथ कभी समाज के समक्ष आने नहीं दिया परंतु, स्त्री इसलिए मज़बूत है क्योंकि उसने समाज की साहानुभूती लेने के लिए कर दिया अपनी व्यथा का गान #विचार