सुनो...सुनो... सुनो..सुनो
मेरी खूनी कहानी मेरी ज़ुबानी..
आज मैं आपको सुनाने जा रही हूँ..
मेरी वो कहानी जिसको आज तक मैंने छुपाया हुआ था..
मेरे दर्द की कहानी जिसको शर्म की चादर ओढाई गयी..
आज मैं आपको सुनाने जा रही हूँ मेरी खूनी कहानी वो भी मेरी ज़ुबानी..
जब मैं इतनी सी बच्ची थी..इतना सा खून रुला दिया करता था मुझको..
लेकिन अब खून-ही-खून हर महीने हैं लेकिन मैं रो नहीं सकती..अगर रो दिया तो जिसके लिए यह सब सह रहे हैं वो भी हंसने लगेंगे.. #story