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चल वहाँ अब लौट चलें जहाँ चैन की सांस ली थी तूने,

चल वहाँ अब लौट चलें

जहाँ चैन की सांस ली थी तूने,
जहाँ सपनों का आशियाँ बनाया था,
जहाँ खुशियों की लहर थी उमड़ी,
फिर वहीं लौटने को दिल चाहता है ||1||

जहाँ गिर कर संभाला था,
संग साथ जहाँ बहुत अपने थे,
फिर हारने का डर ना सताता था,
फिर वहीं जाने को दिल चाहता है ||2||

क्या पता फिर उनसे मुलाकात होगी,
जिन्हें अनजानो से जान बनाया था,
एक बार दिल में कुछ उमड़ थी,
फिर कहा दिल ने चल वहाँ अब लौट चलें ||3||

(कुछ हलचल सी मन में)

©pppppp ssssss when you walk forward , something is left behind

#lost
चल वहाँ अब लौट चलें

जहाँ चैन की सांस ली थी तूने,
जहाँ सपनों का आशियाँ बनाया था,
जहाँ खुशियों की लहर थी उमड़ी,
फिर वहीं लौटने को दिल चाहता है ||1||

जहाँ गिर कर संभाला था,
संग साथ जहाँ बहुत अपने थे,
फिर हारने का डर ना सताता था,
फिर वहीं जाने को दिल चाहता है ||2||

क्या पता फिर उनसे मुलाकात होगी,
जिन्हें अनजानो से जान बनाया था,
एक बार दिल में कुछ उमड़ थी,
फिर कहा दिल ने चल वहाँ अब लौट चलें ||3||

(कुछ हलचल सी मन में)

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#lost
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Priya Singh

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