खुद से एक वादा करते हैं।जहां गुम हो जाये ये ज़िन्दगी वहां उठ खड़े होकर खुशी का वादा हम करते हैं।अपनी ज़िंदगी दाओं पर लगाकर दो पल ख़ुश कर जाते हैं टटोलने को सारा जहां है पड़ा,रीतियों और रिवाजों से उजाड़करसंसार ये बचाते हैं।टूटी हुई नौका से सागर का अनुमान लगाते हैं।आंधी भरे बर्बाद हुए मौसम में आस का दीपक लिए, तंज़ भरे माहौल में लड़ते लड़ते हम ज़िन्दगी जी जाते हैं गुमनामियात ही रखते हुए वसंत हम चाहते हैं। इंसानियत को हम सरे आम बाजार में नीलाम देखते जाते है। पर फिर भी इंसानियत हम निभाते जाते हैं। हम रोज़ ये वादा करते जाते हैं........ हम रोज़ इरादा करते हैं, ख़ुद से इक वादा करते हैं... #इरादाकरतेहैं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi