उस तरह से हम रह नहीं सकते, जिंदगी न्यौछावर हमारी, तुम पर कर नहीं सकते। हम नहीं बनना चाहते हैं, किसी के हाथों की कठपुतलीयाँ क्योंकि हम औरतों के, इशारे पर चल नहीं सकते ।। सुप्रभात। तुम जो चाहो, क़िस्मत का दरवाज़ा भी खुल सकता है। #तुमजोचाहो #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi