हमारा तो खूबसूरत तोहफा कान्हा आपकी एक झलक हैं, हूँ मैं अज्ञानी,मूढ़ बस तेरे दीदार करने की एक ललक हैं, वर दो मुझे आशीष ओ साँवरिया अपने कजरारे नैनो से, रहेंगे हम भी आपके ही ओ सांवरे ये प्राण जब तलक हैं। 🎀 ख़ूबसूरत तोहफ़ा 🎀 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 आज की प्रतियोगिता (Challenge-407) "बहके-बहके क़दम" को जीतने के लिए "ख़ूबसूरत तोहफ़ा" पर कोलाब करना अनिवार्य है। 🎀 3 लेखकों को मिलकर कोलाब करना है और कुछ अनोखा लिखने की कोशिश करनी है। 🎀 Font छोटा रखिएगा जिससे वालपेपर खराब न हो। कम लिखिए या ज़्यादा लिखिए परन्तु अपना लिखिए।