व्यक्ति की जैसी संगति होगी उस प्रकार के गुण कर्म उसमें विकसित होंगे और उसके प्रभाव जीवन में सुख दुख के रूप में प्राप्त होंगे पूरी संगति से व्यक्ति दुख संताप उपमान ग्रहण एवं निंदा का पात्र बनेगा और अच्छी संगति से व्यक्ति अपने व्यक्तित्व को ऊंचा उठाकर जीवन को महान बनाएगा पारस पत्थर के संपर्क से लोहा सोना बनता है और कोयले की समीक्षा से कालिख लगेगा उसके पास बैठने से संबंध की अनुभूति होती है तो अग्नि के समीप का से तपन और जलन के निकट शीलता इसी प्रकार परमात्मा की छाया में व्यक्ति शक्ति ज्ञान गुण और धर्म से और पुत्र होता है संसार के पदार्थ की विशेषता मनुष्य को प्रभावित करती है तो परमात्मा की समीक्षा से मनुष्य क्यों नहीं प्रभावित होगा ©Ek villain #MemeBanao व्यक्ति की जैसी संगति होगी उस पर उस प्रकार के गुण आएंगे