मुसाफिर को रहगुज़र का साथ चाहिए. गिरते हुए को हाथ चाहिए... दर अकेले गिरने पर लगता हे ...... खफीले के खफीले होसला खोकर युही अधूरे रास्तों से मुड़ जाते हे ...... मेरे कदमों को मालुम नही जाना कहा... अकेलापन मुझमे मीलो तक मिलता हे... इतना सफर कौन करेगा...... ©G0V!ND_DHAkAD #walkingalone मस्त मगन होकर #मस्तानी होजा..... #मंज़िल से भटकर बेकार..... #होसला तमाम खर्च होजाये तो.......