Nojoto: Largest Storytelling Platform

"ए दोस्त मेरे जब भी मिले मुझसे नज़र से नज़र मिलाना

"ए दोस्त मेरे
जब भी मिले मुझसे
नज़र से नज़र मिलाना 
हाथ से हाथ मिलाना 
दिल से दिल लगाना 
बस इतना सा याद रखना
क्यूं शब्द को कभी बीच में ना लाना
 क्यूं शब्द बेवफ़ा सा लगता है
 दिल का दुख- दर्द बताना
 मेरी ऊर्जा तुझे मिले 
तेरी ऊर्जा मुझे मिले
 दोस्ती वफ़ा के साथ निभाना 
सुख मिले या दुख
 जीवन भर हमको है मुस्कुराना।"

©Azaad Pooran Singh Rajawat
  #OneSeason #जब भी मिले मुझसे#

#OneSeason #जब भी मिले मुझसे# #कविता

1,030 Views