पाप बढे तो कुंभ नहाए, पुण्य के लिए भजन बढ़ाए.... झूठे ,धोखेबाज, छिपे दुश्मन, आस्तीन के सांपों से बाला जी हनुमान बचाए.... जय श्री राम ©Divyanjli Verma पाप बढे तो कुंभ नहाए, पुण्य के लिए भजन बढ़ाए.... झूठे ,धोखेबाज, छिपे दुश्मन, आस्तीन के सांपों से बाला जी हनुमान बचाए.... जय श्री राम