कोहरे से बेहतर, जहां कड़क धूप में भी किरणें हैं आशाओं की आती, ठंडक है पत्तों की छाव में। पर धुंध की परिभाषा में राहत कहां, ढूंढती रह जाएंगी आंखें रोशनी के लिए। ये धूप छाँव का खेल... #धूपछाँव #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi