जीवन क्षणिक है,अत: इसे सद्कर्मों से सुखद बनाएं ताकि परमात्म तत्व में मिलते समय असंतुष्टि न रहे कि मैंने सत्कर्म नहीं किया। ©Divya Pathak #MorningThoughts