शुक्र है तुम हमसे बहुत दूर हो, करीब होती तो खुबसूरत रास्ते पता भी ना चलते। वो टिमटिमाते ख़्वाब देख लिए हमने भी, वर्ना सुबह खिलें सुरज की तरह शाम होकर ढलते।। -आशय #shayari #hindi #khwab #shaam #pyaar