दो गज की जमी ही काफी है , सूकून से सोने वास्ते । नाहक ही ,मैं ख्वाइशों की इमारत में ऐशो आराम तलाशता रहा , महज इस सूकूंन के वास्ते उम्र भर सूकूंन को दाँव पर लगाता रहा। ©Barkharani Vidhyrthi (Vaidehi) #सूकून #sookoon #nojoto #nojotohindi #CalmingNature