मेरे जीने मेरे मरने में तू ही तू समाया है तुझे देखें की पूछें ये किस जहां से तू आया है उजाड़े हैं चमन लाखों खुदा ने हुस्न ए जन्नत के कि तब आलम में तुझ जैसे कातिल को बनाया है #Morning #lovepoetry #shayarSandip