मैंने हर अंदाज के तराने देखें हैं।। कुछ नये कुछ पुराने देखें हैं। जश्न-ए-आज़ादी मनाने वाले ।। मैंने कैद उनके आशियाने देखें हैं। .. जो खुद भुल गये भक्ति।। मैंने उन लोगों के पैमाने देखें हैं। आज कुछ पवित्र दरवाजे चिल्ला रहे ।। मैंने इन कमरो में बेईमानी से हसने वाले देखें हैं। .. हा मैंने हर अंदाज के तराने देखें हैं कुछ कलम के दीवाने देखें तो कुछ मेरे चाहने वाले देखें हैं।। .. हां मैंने हर अंदाज के तराने देखें हैं कुछ नये कुछ पुराने देखें हैं।। ✍सावन @trand_Viral #likeforlove