#उफ़ान #न #दे शांत साहिल हूँ तूफ़ान न दे इश्क़ करके इरादों में उफ़ान न दे। नही जानता ये दिल मोहब्बत को तूइसके हाथों मेंऐसी कमान न दे। दूर रख ख़ुद को मेरे दिल से तू, पास आके इसे नुकसान न दे। ये अकेली राह का मुसाफिर है साथ चलके इसे अहसान न दे। अछूत हैये ग़म ऐ इश्क़ के मुद्दों से तू प्यारी बातों से इसे रुझान न दे। ऐसावैसा नही ये दिल ऐ विराज़ है इश्क़करके आशिक़ पहचान न दे। ©V.k.Viraz sheetal pandya मेरे शब्द Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" indira