काँच सा दिल उन्हे खुद पता नही के वो खुदा सा हर मन्नत मेरा उनसे पुरा सा जमी पर है पर वो जन्नत बनाए रखती है मुझसे जब लजाती है तब सर पे दुप्पट्टा सजाए रखती है काँच का दिल है तब पर भी फुल बनाए रखती है हर बाग खिल उठता है जब वो मुस्काने लगती है हर रंग फिका पड जाता है जब वो लाल लिवाश पहनती है ...pankaj #NojotoQuote