तुम अब हंसती नहीं हो धूप में जंचती नहीं हो रात भर करवट बदलती याद करती तुम्हें किस बात का गम है अब कभी खिलती नहीं हो रास्ते मिलती नहीं हो कुछ हुआ है क्या गुस्सा हो तुम्हें किस बात का गम है कि सारा जोश मद्धम है, तुम्हें किस बात का ग़म है... #किसबातकाग़म #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #deardeepakk_writes #story_telling_by_deardeepakk