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रूबरू हुए थे ओ जब मुझसे मै दिल को गवा बैठा था ए

रूबरू हुए थे ओ जब मुझसे 
मै दिल को गवा बैठा था 
ए इश्क था मेरा उनके लिए 
मै उनपे सबकुछ लूटा बैठा था 
बस एक झलक मिल जाए उनकी 
बस यही कयास लगाए रहता था 
ओ आएंगी अपने चौबारे पे 
इसलिए आंखों को वहीं बिछा रखा था 
#कृष तिवारी #Moon
रूबरू हुए थे ओ जब मुझसे 
मै दिल को गवा बैठा था 
ए इश्क था मेरा उनके लिए 
मै उनपे सबकुछ लूटा बैठा था 
बस एक झलक मिल जाए उनकी 
बस यही कयास लगाए रहता था 
ओ आएंगी अपने चौबारे पे 
इसलिए आंखों को वहीं बिछा रखा था 
#कृष तिवारी #Moon